और लगता है जैसे इस मिट्टी में खुदा रहता है,
बड़ा ही अच्छा लगता जब कोई मुझे
हरियाणवी कहता है,
बडे़ ही मेहनती लोग यहाँ के,
सबसे अलग संजोग यहाँ के,
भला ऐसी मिट्टी से कौन जुदा रह पाता है,
बड़ा ही अच्छा लगता जब कोई मुझे
हरियाणवी
कह कर बुलाता है,
सिंपल सादा बाणा यहाँ का,
दुध दही का खाणा यहांँ का,
और टुयूबल निचे नहाणा यहाँ का,
सबको बहुत पसंद आता है,
बड़ा ही अच्छा लगता जब कोई मुझे
हरियाणवी कह कर बुलाता है,
बैलगाड़ी दोडाना यहाँ का,
होकर इक्ट्ठी, औरतों का गीत गाणा यहाँ का,
कुश्ती जैसा मस्त खेल यहाँ का,
जो देखले एक बार वो भुला नहीं पाता है,,
बड़ा ही अच्छा लगता जब कोई मुझे
हरियाणवी कह कर बुलाता है,
गांव, मोहल्ला, शहर यहाँ का,
साफ और सुंदर माहोल यहाँ,
ना कोई किसी का दिल यहाँ दुखाता है,
इसलिए आने वाले हर अतिथि का दिल यहां लग जाता है,
बड़ा ही अच्छा लगता जब कोई मुझे
हरियाणवी कह कर बुलाता है,
~कुलदीप सभ्रवाल
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