माँ कैसे रही होगी इस भरी महफिल में, मैं वो बात कहुंगा जो आज तक किसी ने ना कही होगी, और ना ही किसी ने सही होगी, जिस माँ का…
नफ़रतों-के-शहर नफ़रतों के शहर में प्यार बेच आया मैं, बस इक तेरा घर न मिला सारा शहर घुम …