जब टुटा तो ये चुपचाप गुमसुम सा
और इसमें बिल्कुल भी शोर
नहीं था यारों,
मेरा दिल बहोत कमजोर हो गया यारों,
बरबाद करने की भी हद होती है यारों,
हर मुल्क कि एक सरहद होती है यारों,
मेरे दिल को तोडने वाले ने न कोई हद देखी
और न कोई सरहद देखी,
पता नहीं अब क्यों इसका डामा डोल था यारों,
मेरा दिल बडा ही कमजोर हो गया यारों,
बडी ही नाइंसाफी हुई इसके साथ,
बहोत मांगी माफी पर माफी ना हुई इसके साथ,
अब ये बेचारा गोल मोल हो गया यारों,
मेरा दिल बडा ही कमजोर हो गया यारों,
एक मासूम सी गफलत मे जी रहा था ये,
टुटने के बाद मयखानों से बोतल भर भर के पी रहा था ये,
पता नहीं क्यूँ ये कमजर्फ इतना बेशर्म हो गया यारों,
मेरा दिल बडा ही कमजोर हो गया यारों,
इसको तोडने वाला सुकून मे था,
मेरा ये पागल दिल अब क्वार्टीन मे था,
फिक्रमंद हो गया था अब ये अपने आप के लिए यारों,
मेरा दिल अब मेरा हो गया था यारों,,,
~कुलदीप सभ्रवाल
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